जिम्मेदार मर्दानगी अभियान नगर ग्राम रक्षा समितियों का लैंगिक संवेदीकरण प्रशिक्षण सम्पन्न
रायसेन अनुभाग के 4 थानों के 80 समिति सदस्यों ने लिया प्रशिक्षण
जिम्मेदार मर्दानगी अभियान नगर ग्राम रक्षा समितियों का लैंगिक संवेदीकरण प्रशिक्षण सम्पन्न
रायसेन अनुभाग के 4 थानों के 80 समिति सदस्यों ने लिया प्रशिक्षण
स्वयं को बदलें,तभी परिवार और समाज मे बदलाव संभव-एएसपी कमलेश खरपुसे खरपुसे
समिति सदस्यों का लिंग आधारित भेदभाव पर संवेदनशील होना जरूरी-डॉ एच बी सेन
समिति सदस्यों को डयूटी के दौरान लोकसेवा का दर्जा-एसडीओपी प्रतिभा शर्मा
– स्वयं का दृष्टिकोण बदलने से रूकेंगें समाज मे लैंगिक अपराध-प्रशिक्षक अनिल भवरे
-समाज में लैंगिक अपराधों को रोकने,जेण्डर असमानता को समाप्त करने दिलाया संकल्प
– फिल्मों के माध्यम से समाज मे व्याप्त लैंगिक हिंसा और भेदभाव को प्रदर्शित कर किया जागरूक
रायसेन।
समाज में लैंगिक अपराध रोकने और के जेण्डरअसमानता को समाप्त डर करने जिम्मेदार मर्दानगी अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत नगर सुरक्षा समितियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम सभगार में आयोजित किया गया। आयोजित ट्रेनिंग प्रोग्राम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश खरपुसे ने ग्राम और नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज में लिंग आधारित भेदभाव पर स्वयं में बदलाव लाएं। अपने परिवार के साथ भेदभाव न करें। तभी समाज मे बदलवा लाया जा सकता है। एसडीओपी प्रतिभा शर्मा ने समिति सदस्यों को अधिनियम अंतर्गत दिए गए अधिकार और कर्तव्यों की जानकारी दते हुए बतलाया कि डियूटी के दौरान उन्हें लोकसेवक के का दर्जा मिला है। प्रशिक्षण में कृषक सहयोग संस्था के निदेशक डॉ एच बी ने लिंग आधारित भेदभाव के प्रति समाज मे मिथक एवं सत्य की व्याख्या करते हुए सदस्यों को संवेदनशील करने का प्रयास किया। जेण्डर विषय संस्था के जिला समन्वयक अनिल भवरे ने समाज से लैंगिक अपराध रोकने स्वयं का दृटिकोण बदलने की बात कही। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में रायसेन अनुभाग के 4 थानों से 80 समिति सदस्यों ने भाग लिया।
समाजिक बुराईयों को दूर करने प्रयास करें-
प्रशिक्षण के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश खरपू से ने कहा समाज की बेहतरीन के लिए हम जो सबसे अच्छा कर सकते हैं वह करें समाज में जो गलत हो रहा है,जैसे बाल विवाह,बाल यौन हिंसा,बाल श्रम,बाल तस्करी,शराब,बच्चों की नशे की आदतों,महिलाओं बालिकाओं से छेड़छाड़ जैसी बुराईयों को उजागर करें। उसे बताएं ताकि सामाजिक बुराईयों को खत्म किया जा सके। उन्होंने समिति सदस्यों को सामाजिक लिंग भेद समाप्त कर सामाजिक बुराइयों को दूर करने में पुलिस का सहभागी रहने का संकल्प दिलाया।
रक्षा समिति सदस्यों को लोकसेवा का दर्जा-
एसडीओपी प्रतिभा शर्मा ने समिति के सदस्यों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी दी साथी उन्होंने बताया कि ड्यूटी के दौरान रक्षा समिति के सदस्यों को लोक सेवक का दर्जा दिया गया है। उन्होंने ड्यूटी के दौरान सरकार द्वारा दी जाने वाली राहत राशि की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसपी पंकज पाण्डे के आदेश पर,एएसपी कमलेशस खरपुसे ने निर्देशन और एसडीओपी शीला सुराणा के मागर्दर्शन में जिम्मेदार मर्दानगी प्रशिक्षण आयोजित किया गया है।
लिंग आधारित भेदभाव पर संवेदनशीलता जरूरी-
समाज मे लैंगिक असमानता के कारण होने वाले भेदभाव और अपराधों की जानकारी कृषक सहयोग संस्थान के निदेशक डॉ एच बी सेन ने बताया की महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा में पुरुषों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस विषय पर पुरुषों का संविदाशील होना आवश्यक है तभी महिलाओं को लिंग आधारित हिंसा से मुक्ति दिलाई जा सकती है।
दृटिकोण बदलना आवश्यक-
प्रशिक्षक अनिल भवरे ने बताया की समाज में व्याप्त लैंगिक अपराधों के प्रति पुरुषों को अपना दृष्टिकोण बदलने की आवश्यकता है।उन्होंने समिति सदस्यों को पुलिस और समाज के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी बतलाते हुए परस्पर सहयोग करने की बात कही। उन्होंने फिल्मों के माध्यम से समाज मे व्याप्त लैंगिक हिंसा और भेदभाव को प्रदर्शित किया। उन्हें कहा की स्वयं का दृष्टिकोण बदलने से ही समाज में गैर बराबर को दूर किया जा सकता है।
लैंगिक भेदभाव मिटाने दिलाया संकल्प-
एएसपी कमलेश खरपुसे ने समाज मे लैंगिक भेदभाव और अपराध कम करने में समिति सदस्यों को प्रेरित किया। समाज लैंगिक हिंसा और भेदभाव मिटाने के लिए स्वयं में बदलाव लाने की बात कही। कहा इसकी शुरुआद स्वयं से करें। उन्हें समिति सदस्यों को लैंगिक भेदभाव न करने का संकल्प भी दिलाया गया।
इस अवसर पर रायसेन कोतवाली थाना प्रभारी संदीप चौरसिया,समिति संयोजक मुकेश शर्मा,नरेश उपाध्याय,तेजसिंह बंजारा, संस्था के जगदीश शर्मा, राजकुमार साहू,तृप्ति रैकवार सहित समिति के सदस्यों कार्यकताओं ने भाग लिया।