बाबा साहब ने विश्व के सबसे बड़े लिखित संविधान का निर्माण किया= मोहनलाल बारवाल
आरिफ कुरैशी हरणगांव की रिपोर्ट
बाबा साहब ने विश्व के सबसे बड़े लिखित संविधान का निर्माण किया= मोहनलाल बारवाल
गणतंत्र दिवस पर हरणगांव के क्रांतिकारी स्थल पर ग्रामीणों द्वारा डॉ.भीमराव अंबेडकर, टंट्या मामा, शंकर शाह,रघुनाथ शाह व भगवान बिरसा मुंडा आदि क्रांतिकारियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया।हरिप्रसाद राठौड़ ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ , जिसने भारत को एक संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित किया। यह दिन न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता जैसे संवैधानिक मूल्यों का सम्मान करता है। मोहनलाल बारवाल ने कहा कि बाबा साहब ने विश्व के सबसे बड़े लिखित संविधान का निर्माण किया। जिसमें सभी समाजों के अधिकारों एवं कर्तव्यों का समावेश किया है। भारतीय संविधान में शिक्षा पर सबसे अधिक जोर दिया गया है जो कि विकसित भारत बनाने के अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर रामदेव काकोडिया ,कैलाशचंद्र बारवाल,महेश धनवारे,आकाश उईके,विजय बारवाल ,उमाशंकर मंडलोई,राहुल बारवाल,नीलेश बारवाल,गोकुल,केवलाराम बारवाल,बलराम गोयल,नीरज राठौर,अशोक मंडलोई आदि उपस्थित थे।