भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 132 वी जयंती धूमधाम मनाई गई महात्मा गांधी वृद्ध आश्रम रायसेन में
मनीष जाट की रिपोर्ट
- मध्यप्रदेश रायसेन। भारतीय संविधान के रचयिता भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 132 वीं जन्म जयंती के उपलक्ष में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जन कल्याण समिति रायसेन के बैनर तले महात्मा गांधी वृद्ध आश्रम में धूमधाम से मनाई गई इस जयंती समारोह के मुख्य अतिथि एवं समाजसेवी और कांग्रेस नेता डॉक्टर शैलेंद्र कुमार झारिया शामिल हुए वहीं विशेष अतिथि के रुप में वृद्धा आश्रम संचालिका सिस्टर जानसी ,बुद्धिजीवी डॉक्टर बीएसएन एचबी सेन, विजय राम लोहट एडवोकेट, किराना व्यापारी आशीष चौरसिया शामिल हुए सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा बाबा भीमराव अंबेडकर साहब की छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किए और माल्यार्पण कर उन्हें शत-शत नमन किया ।कार्यक्रम का संचालन शिवनारायण सेन ने किया।
बाबा साहब अंबेडकर की जयंती समारोह के मुख्य अतिथि डॉक्टर एस के झारिया ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा लेकिन उन्होंने अपने जीवन में हार नहीं मानी और लड़ाई मिशन तब तक जारी रखा जब तक वह एवं लक्ष्य तक नहीं पहुंच गए उन्होंने भारतीय समाज से छुआछूत ऊंच-नीच भेदभाव के कलंक को मिटाने का काम किया है तो वह बाबा साहब अंबेडकर हैं इन्हें धरती के भगवान के नाम से जाना जाता है ऐसे महान व्यक्तित्व को मैं कोटि-कोटि नमन और प्रणाम करता हूं उन्होंने भारतीय संविधान की रचना करके सालों से पिछड़े दलित शोषित समाज को नई दिशा देने का काम किया है धन्य है मध्य प्रदेश इंदौर के पास में हूं जिन्होंने ऐसे व्यक्तित्व को जन्म दिया वहां की धरती पावन और पुण्य हो गई है।
विजय राम लोहट एडवोकेट ने बाबा साहब के जन्मदिन और कहा कि उन्होंने विश्व के अलावा समूचे हिंदुस्तान में शिक्षा का उत्थान गरीबी छुआछूत और सामाजिक चेतना क्रांति के लिए अग्रदूत की भूमिका निभाई है गरीब दलित दलितों के मसीहा ने भारतीय संविधान की स्थापना करके प्रजातांत्रिक सिस्टम को लागू किया है हम उनके जन्म जयंती पर शत शत वंदन एवं हृदय से नमन करते हैं उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी ताकतें जो भारतीय संविधान को खत्म करना चाहती हैं उनके मंसूबों को कभी पूरा नहीं होने देंगे और मिलकर बैठकर उसका मुकाबला करेंगे।
बुद्धिजीवी एवं साहित्यकार डॉ एचपी सेन ने कहां की बाबा साहब की धर्मेश जन्मस्थली महू जोकि इंदौर के समीप है आज एक तीर्थ नगरी बन गई है दलितों के मसीहा बनकर उन्होंने समाज सुधार का जो बीड़ा उठाया था वह समदर्शी और समरसता सामंजस की ही देन है। उन्होंने आत्मसम्मान शिक्षा के ज्ञान पुण्य से संगठित बनो एक रहो और संस्कार वान बनों का नारा दिया था उनके रीति वनीति सिद्धांत पर आगे बढ़ना चाहिए।
साहित्यकारों पत्रकारों और बुद्धिजीवियों का शाल श्रीफल देकर किया सम्मान….
भारत रत्न बाबा साहेब की जयंती पर शहर के साहित्यकारों पत्रकारों और बुद्धिजीवियों का आयोजन समिति द्वारा साल श्रीफल एवं कलम डायरी भेंट करके सम्मान किया गया इसके बाद सभी ने सामाजिक सामाजिक समरसता भोज में शामिल लेकर शामिल होकर संगठित और एकता अखण्डता के भाव का परिचय दिया।इस अवसर पर बाबा साहेब की जयंती समारोह में हुकम चंद गोरेले पत्रकार तिलक शाक्या,थान सिंह मालवीय महेंद्र तोमर, सूर्य सेन बबलू वर्मा मलखान सिंह रावत प्रकाश लोधी मनोज शर्मा ,बाबूलाल कुशवाहा हुकम सिंह टेकाम वरिष्ठ पत्रकार शिवलाल यादव दीपेश लोहट एडवोकेट अनिल लोहट अजय लोहट गोपाल सक्सेना ,कोमल बंशकार पार्षद रवि यादव रंजीत यादव शुभम नामदेव गहराई क्लब गिरजेश कुशवाहा एडवोकेट डॉ जीपी बिधोलिया शामिल हुए।