महामृत्युंजय मंत्र जप एवं सवा लाख पार्थिव शिवलिंग निर्माण कार्य चल रहा है
उपेन्द्र कुमार गौतम की रिपोर्ट
हर तरफ ॐ नमः शिवाय की गूंज : प. हरिकेश शास्त्री
बेगमगंज ,
महामृत्युंजय मंत्र जप एवं सवा लाख पार्थिव शिवलिंग निर्माण कार्य चल रहा है जिसमे पं हरिकेश शास्त्री तिंसुआ वालो ने बताया पार्थिव शिवलिंग के पूजन से जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं. अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है. अपार शिव कृपा की प्राप्ति होती है. शिव भक्ति विशेष महत्व रखती है पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर उसकी पूजा अर्चना करना बहुत मंगलकारी माना गया है. शिव महा पुराण में ‘विद्येश्वरसंहिता’ के 16वे अध्याय में दिए गए श्लोक “अप मृत्युहरं कालमृत्योश्चापि विनाशनम सध:कलत्र-पुत्रादि-धन-धान्य प्रदं द्विजा:।” के अनुसार पार्थिव शिवलिंग की पूजा से तत्क्षण (तुरंत ही) जो कलत्र पुत्रादि यानी कि घर की बहु, पुत्र वधु जो होती है वो शिव शंभू की कृपा से घर में धन धान्य लेकर आती है और इस लोक में सभी मनोरथ को भी पूर्ण करती है. गृह लक्ष्मी द्वारा की गई पार्थिव शिवलिंग की पूजा अकाल मृत्यु को भी टालती है. बता दें कि, इस पूजा को स्त्री पुरुष सभी कर सकते हैं. शिवपुराण के अनुसार, पार्थिव पूजन से धन-धान्य, आरोग्य के साथ ही पुत्र की प्राप्ति होती है. जो दम्पति पुत्र प्राप्ति के लिए कई वर्षों से तड़प रहे हैं, उन्हें पार्थिव लिंग का पूजन अवश्य करना चाहिए. पार्थिव लिंग के पूजन से अकाल मृत्यु का भय भी खत्म हो जाता है. शिवजी की आराधना के लिए पार्थिव पूजन सभी लोग कर सकते हैं. शिवार्चन में उपस्थित आचार्य हरिकेश शास्त्री पंडित सचिन संजय वेदपाठी एवं मुख्य यजमान हल्के यादव एवं पूरा परिवार वा ग्रामवासी उपस्थित रहे भगवान शिव का अभिषेक किया और सेमरी मैया मे पार्थिवेश्वर भोलेनाथ जी का विसर्जन किया ।