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*!!.मध्य प्रदेश सरकार के आदेशों से शिक्षकों में मचा हड़कंप: शिक्षा विभाग में आई नई मुसीबत, 3 बच्चे हैं तो जा सकती नौकरी.!!

जिला शिक्षा अधिकारियों को लिखा गया पत्र बीईओ व संकुल प्राचार्ययों को किया तलब शिक्षकों पर होगी निलंबन की कार्यवाही

  1. *!!.मध्य प्रदेश सरकार के आदेशों से शिक्षकों में मचा हड़कंप: शिक्षा विभाग में आई नई मुसीबत, 3 बच्चे हैं तो जा सकती नौकरी.!!*

*जिला शिक्षा अधिकारियों को लिखा गया पत्र बीईओ व संकुल प्राचार्ययों को किया तलब शिक्षकों पर होगी निलंबन की कार्यवाही*

 

मध्य प्रदेश में शिक्षकों के सामने अब एक नई परेशानी आकर खड़ी हो गई है। बता दें कि आने वाले दिनों में 26 जनवरी 2001 के बाद से जिनके तीन बच्चे होंगे उन्हें अपात्र माना जा सकता है। कई जिलों में विकासखंडों में शिक्षा अधिकारियों नें इससे जुड़ी जानकारियों को मांगा है। वहीं बीईओ ने भी संकुल प्रचार्यों से इस बारे में जानकारी मांगी है। साथ ही एक प्रपत्र भी भेजा गया है। बता दें कि इससे पहले भी बीते कुछ महीनों में शिक्षकों पर कई संकट आ चुके हैं। जिसमें खराब रिजल्ट, डीए रुकने , वेतन वृद्धि पर कार्रवाई की जा चुकी है।

*कॉलम में मांगी गई जानकारी*

प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग ने डीईओ व बीईओ से इस तरह की जानकारी मांगी है। जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रपत्र में सात कॉलम दिए गए है। जिसके छठवें कॉलम में 26 जनवरी 2001 के बाद से बच्चों की संख्या संबंधित जानकारी का जिक्र किया गया है। जिसमें बताना होगा कि आपके कितने बच्चे हैं। इस पूरे मामले के बारे में पन्ना के इंचार्ज डीईओ आरपी भटनागर का कहना है कि ये जानाकारी सिर्फ स्थापन शाखा में संकलन के मांगी जा रही है। बाकी अभी इसका कोई उपयोग नहीं किया जाना है। वहीं दूसरी ओर शिक्षकों ने बताया है कि यह न्यायोचित नहीं है। उनके द्वारा ज्ञापन सौंपकर इस विरोध भी दर्ज कराया गया है।

*प्रावधान तो है लेकिन अभी कार्रवाई नहीं*

इस बार में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला का कहना है कि सिर्फ शिक्षा विभाग से नहीं बल्कि कई विभागों से ये जानकारी मांगी गई है। ये जानकारी पहले भी मांगी जा चुकी है। प्रावधान तो बनाया गया है लेकिन अभी इस बारे में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। पहले भी सर्कुलर जारी हुआ था, जिसके बाद विधानसभी में किए गए प्रश्न को लेकर जानकारी मांगी गई है।

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