भोपालमध्य प्रदेश

अब मोहन जी के सपनों का शहर बना इंदौर…

इन्दौर से रामकृष्ण सैलिया की रिपोर्ट

इंदौर…

बाद मुद्दत प्रभारी मंत्रियों की जो सूची देर रात नमूदार हुई उसने इंदौर के राजनीतिक समीकरणों को सिर के बल खड़ा कर दिया क्योंकि प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर की कमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने हाथ में ले ली… नतीजतन इंदौर मोहन जी के सपनों का भी शहर बन गया है… जिस तरह पूर्वांचल पर कब्जे के लिए मिर्जापुर की गद्दी जरुरी मानी जाती है वैसे ही मप्र पर हुकुमत इंदौर पर कब्जा किए बिना मुक्कमिल नहीं हो सकती… सबसे अधिक राजस्व देने वाला यह सितारा शहर रियल इस्टेट कारोबार का तो गढ़ है ही साथ में प्रदेश भर के राजनेताओं-नौकरशाहों के लिए कामधेनु भी … हर आईएएस का सपना रहता है कि वह एक बार इंदौर की कलेक्टरी कर ले… उसी तरह हर मंत्री चाहता है कि उसे इंदौर का प्रभार मिल जाएं…दिल्ली दरबार का चूंकि संपूर्ण वरदहस्त डॉ. मोहन यादव के पास है, लिहाज़ा अब वे कड़े और चौंकाने वाले फैसले लेते नजर आएंगे, क्योंकि अब सामने कोई चुनावी चुनौती नहीं है… इंदौर का प्रभारी मंत्री बनने के साथ मुख्यमंत्री ने एक तीर से कई निशाने साधने का प्रयास भी किया है… दरअसल लम्बे समय तक इंदौर राजनीतिक दांव-पेंच, एक-दूसरे को निपटाने और अपना कद बढ़ाने की प्रतिस्पर्धा में फंसा रहा… अब उम्मीद की जा सकती है कि मुख्यमंत्री के हाथ कमान आ जाने से इंदौर से जुड़े फैसले फटाफट होंगे तो भोपाली वल्लभ भवन की अड़चनें भी खत्म होंगी… ताई-भाई, दादा-भाभी, दीदी, बाबा व अन्य की टंगड़ी मार राजनीति के चलते इंदौर का फायदा कम और नुकसान अधिक हुआ है… अब इंदौर के राजनीतिक समीकरण बदलेंगे और अफसरों को भी 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहना पड़ेगा… दरअसल बीते 6 महीने से इंदौर की अघोषित कमान एक गुट विशेष ने संभाल रखी थी और ये संदेश कारोबारियों – नौकरशाहों को देने के प्रयास हुए कि अब वे ही सर्वेसर्वा हैं और उनकी मर्जी से ही सारे पत्ते खड़केंगे… एक बड़े अभियान के जरिए भी कद को विराट करने के खूब प्रयास हुए…चूंकि दीवारों के भी कान होते हैं… लिहाजा, इंदौर से जुड़ी हर राजनीति और खेल की जानकारी भोपाल वाया दिल्ली तक पहुंचती रहीं …मुख्यमंत्री का प्रभारी बनना कुछ मठाधीशों के पर कतरने का शुरुआती ऑपरेशन है तो इंदौरियों के लिए बड़े फायदे का सौदा भी , क्योंकि अब प्रदेश के मुखिया उनके जिले के सर्वेसर्वा हो गए हैं.. बहरहाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के इस दूरगामी निर्णय के सार्थक परिणाम आने की उम्मीद के साथ उन्हें बहुत शुभकामनाएं भी

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