मानसून सत्र के पहले दिन ही गरमाई सियासत

आदिवासी दिवस के दिन नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ ने पूछा सवाल कि क्यों ख़तम किया गया आदिवासी दिवस का अवकाश ??
सवाल के ज़बाब में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चोहान ने कहा कि घटिया राजनीति न करे वह एकछिक अवकाश है !
मानसून सत्र के पहले दिन ही विधानसभा में हंगामा कुछ यूं हो गया जब कांग्रेस से नेता प्रतिपक्ष श्री कमल नाथ जी ने बीजेपी सरकार पर ये आरोप लगाए कि आदिवासी दिवस के अवकाश को क्यों ख़त्म किया गया , वही मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि आदिवासी दिवस पर एकछिक अवकाश है ,, आप भ्रम मत फैलाए साथ ही श्री चौहान ने ये भी कहा कि कोंग्रेस घटिया स्तर कि राजनीति कर रही है I
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शोरगुल के बीच दिवंगतो को याद करते हुए कहा कि इनके जाने से अपूरणीय क्षति हुई है कोरोना के कारण जो देश और प्रदेश में लोगो कि जाने गयी है उनके लिए भी श्री चौहान के द्वारा श्रदांजलि अर्पित कि गयी वही दूसरी और नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ ने कोंग्रेस विधायको का हवाला देते हुए कहा कि यह जो आक्रोश है इसका कारण आदिवासी दिवस को समाप्त करना है जबकि बीजेपी का जबाब ये रहा कि बीजेपी आदिवासियों कि सबसे हितेषी सरकार है और कांग्रेस इसकी आड़ में घटिया राजनीति कर रही है भाजपा का कहना है कि हम 15 नवम्बर को विरषा मुंडा के जन्म दिवश पर जनजाति दिवस मनाएंगे एवम उस दिन अवकाश भी रहेगा तब कमल नाथ ने दुबारा पूछा कि आदिवासी दिवस का अवकाश क्यों निरस्त किया गया