मां नर्मदा महाविद्यालय धामनोद में इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन व नवाचार विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान
मध्य प्रदेश धार जिले से जिला ब्यूरो चीफ सौभाग प्रजापति की रिपोर्ट
मध्य प्रदेश धार जिले से जिला ब्यूरो चीफ सौभाग प्रजापति की रिपोर्ट।//////////// मां नर्मदा महाविद्यालय धामनोद में इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन व नवाचार विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान///////////
लोकेशन//मां नर्मदा महाविद्यालय धामनोद में इंस्टिट्यूशन इनोवेशन कौंसिल के अंतर्गत नवाचार एवं क्रियान्वयन पर विशेषज्ञ व्याख्यान एवं इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रोफेसर अजय कुमार, महाविद्यालय के निदेशक डॉ.मनोज नाहर, निर्देशिका श्रीमती रीना नाहर, प्राचार्य डॉ.प्रिया त्रिवेदी द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख पूजन अर्चन कर किया गया| कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्य अतिथि प्रोफेसर अजय कुमार डायरेक्टर, मेवाड़ यूनिवर्सिटी चित्तौड़ राजस्थान, ने विद्यार्थियो एवं शिक्षको को स्टार्टअप एवं उद्यमिता के बारे में बताते हुए विचार, नवाचार, कार्यान्वयन, इन्क्यूबेशन विषयों पर विस्तृत जानकारी देते हुए और साथ ही इंस्टिट्यूशन इनोवेशन कौंसिल का अकादमीक केलेन्डर को साझा करते हुए उसके अंतर्गत होने वाली जानकारियों से अवगत करवाया गया l साथ ही भारतीय संपत्ति अधिकार , कॉपीराइट , ट्रेडमार्क के बारे में विद्यार्थियों और शिक्षको को इसका महत्त्व समझाया l विशेषज्ञ प्रोफेसर अजय सर ने इनक्यूबेशन सेंटर का महत्व बताते हुए विद्यार्थियों को नवाचार विचारो को किस तरह इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के माध्यम से जो कि एक शिक्षा मंत्रालय का प्लेटफार्म है, जहा विद्यार्थी अपने नए विचारों का स्टार्टअप & उद्यमशीलता का साझा कर महाविद्यालय के माध्यम से वित्तीय सहायता ले सकते है।
निदेशक डॉ नाहर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि उद्यमशीलता लगातार आर्थिक विकास में सहायता प्रदान करती है। एक सोच को आर्थिक रूप में बदलना उद्यमशीलता के अंतर्गत सबसे महत्वपूर्ण विचारशील बिन्दु हैं। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ त्रिवेदी ने विद्यार्थियों को बताया कि यह एक अनूठी पहल है जिसके द्वारा विद्यार्थियों को भविष्य में स्टार्टअप इंडिया के माध्यम से अपना व्यवसाय प्रारंभ करने उसे क्रियान्वन में लाने तथा एक नवाचार को नई दिशा प्रदान करने में सहायता मिलेगी कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर अंजलि चौहान द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय निदेशक डॉ नाहर द्वारा मुख्य अतिथि को महाविद्यालय स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया l