पवित्र नगरी पन्ना में चप्पे चप्पे पर बिक रही है अवैध शराब यह कैसी शराब बंदी जिले में खुदरा मूल्य से अधिक दामों में बेची जा रही दुकानों में शराब
संजय रैकवार पन्ना
पवित्र नगरी पन्ना में चप्पे चप्पे पर बिक रही है अवैध शराब यह कैसी शराब बंदी
जिले में खुदरा मूल्य से अधिक दामों में बेची जा रही दुकानों में शराब
सं मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा 1 अप्रैल से पन्ना नगर की चारों दुकान पवित्र नगरी शहर होने के कारण बंद कर दी गई थी और यह दुकान पन्ना की नगरी क्षेत्र से दूर स्थापित की गई थी उससे पन्ना में पूर्णता शराब बंदी लागू की गई। इसके साथ ही मध्य प्रदेश की पवित्र 19 शहरों में शराबबंदी की गई थी पन्ना में मोहन सरकार की नीति के विपरीत नगर में अवैध शराब बिक्री धड़ल्ले से जारी है और शहर के चप्पे चप्पे पर अवैध शराब बिक रही है।
शहर का माहौल हो रहा है खराब….
पन्ना का आम जनमानस सोच रहा है कि जब सरकार द्वारा पवित्र नगरी होने के कारण शराब नगर में शराबबंदी कर दी गई है फिर भी इसके बावजूद नगर में अवैध शराब बिक्री धड़ल्ले से जारी है इस पर आम नागरिकों का गुस्सा दिख रहा है आम जनमानस की आवाज आ रही है कि यह किसके सहयोग से शराब अवैध शराब बिक रही है क्योंकि जब सरकार द्वारा नगर में शराब बंदी कर दी गई है फिर भी धड़ले से मोहल्ले मोहल्ले में अवैध शराब बिक रही है जिससे पवित्र नगरी पन्ना का माहौल खराब हो रहा है।
क्या कर रहा है आबकारी विभाग….
जिला आबकारी विभाग जिले में कार्रवाई के नाम पर अवैध शराब बिक्री एवं परिवहन के ऊपर करवाई तो कर रहा है और उसका प्रचार प्रसार भी गाजे बाजे के साथ करता है की आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब बिक्री पर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है लेकिन जैसे ही पन्ना नगर का नाम आता है और अवैध शराब बिक्री की बात आती है तो कार्रवाई के नाम पर शून्यता दिखाई दे रही है इसमें कहीं ना कहीं आबकारी विभाग की भी संलिप्त नजर आ रही है क्योंकि इतने बड़े पैमाने पर नगर में शराब बिकना कहीं ना कहीं साठ गांठ की ओर इशारा कर रही है क्योंकि नगर में मोहन सरकार के फैसले के बाद से चारों दुकान बंद है और शराबबंदी पूर्णत लागू है फिर भी मोहल्ले मोहल्ला और चप्पे चप्पे में अवैध शराब देखना कहीं ना कहीं प्रदेश सरकार की मंशा पर पानी फेर रही है।
कंपोजिट दुकानों में खुदरा मूल्य से अधिक दामों में बेची जा रही है शराब…..
सूत्रों से मेरी जानकारी के अनुसार जिले में कंपोजिट मुद्रा दुकान स्थापित है उनके द्वारा खुदरा मूल्य से अधिक दामों पर शराब बेची जा रही है जो सरासन नियम विरोध है क्योंकि कंपोजिट मुद्रा दुकानों में शान द्वारा तय मूल्य के अनुसार ही शराब की बिक्री होनी चाहिए यदि तय मूल्य से अधिक में बिक्री होती है तो यह नियम विरुद्ध है और इस पर आबकारी विभाग द्वारा कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है बता दे की पन्ना जिले का ठेका एक समूह द्वारा लिया गया है जिसके द्वारा मनमानी तरीके से तय मूल्यो से अधिक कीमतों पर शराब बेची जा रही है
इनका कहना है
मुकेश मौर्य, जिला आबकारी अधिकारी
जब जिला आबकारी अधिकारी से उनका पक्ष जानने के लिए उनका फोन लगाया गया तो घंटी तो लगातार गई पर उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया ना ही उन्हें किसी भी माध्यम से अपना पक्ष रखने का प्रयास किया गया।