जलकुंभी और सीवर के पानी से प्रदूषित हुआ भदैया कुंड का जल, हजारों मछलियों ने तड़प तड़प कर तोड़ा दम बदबू से पर्यटक परेशान
शिवपूरी से राजाबाबू बाथम की रिपोर्ट
जलकुंभी और सीवर के पानी से प्रदूषित हुआ भदैया कुंड का जल, हजारों मछलियों ने तड़प तड़प कर तोड़ा दम
बदबू से पर्यटक परेशान
पर्यटक बोले-हम तो परिवार के साथ वोटिंग का मन बनाकर आए थे, यहां तो जलकुंभी है
शिवपुरीः भदैया कुंड पर जलकुंभी के कारण पानी में मौजूद हजारों मछलियां मर गई हैं। हालात यह है कि पानी सड़ांध मारने लगा है। वहां घूमने आने वाले पर्यटक आसपास खड़े ही नहीं हो पा रहे हैं।
भदैया कुंड पर वोटिंग क्लब एरिया में पानी पर जलकुंभी फैली हुई है। ऐसे में पानी के अंदर पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन नहीं पहुंच ही है। इस वजह से अब जलीय जीवों ने दम तोड़ना शुरू कर दिया है। वर्तमान में भदैया कुंड पर पानी में हजारों मछलियां आक्सीजन की कमी और जलीय प्रदूषण के कारण मर गई हैं। मरी हुई मछलियां और सीवर का पानी आने के कारण भदैया कुंड पर बदबू उठ रही है। वहां पर्यटकों का खड़ा हो पाना भी मुश्किल हो रहा है। इस संबंध में जब नेशनल पार्क डायरेक्टर उत्तम शर्मा की फोन लगाया गया तो उनका फोन स्विच
आफ था।
बाजार में आ रहीं मरी मछलियां, महामारी फैलने की आशंका
भदैया कुंड का पानी दूषित होने के कारण मनी पड़ीं मछलियां।
मछलियों के कारोबार से जुड़े विश्वसनीय सूत्रों ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताया कि मीट मार्केट में आ रहीं मछलियों के साथ भदैया कुंड की यह मरी हुई मछलियां कुछ लोगों द्वारा बेची जा रही हैं। ऐसे में इन मछलियों के सेवन से लोगों में बीमारियां पनपने का खतरा भी बढ़ गया है।
खास बात यह है कि जलीय प्रदूषण को रोकने और पानी में से जलकुंभी हटाने को लेकर एनजीटी और हाई कोर्ट द्वारा स्पष्ट रूप से जिला प्रशासन सहित नेशनल पार्क प्रबंधन को आदेश जारी किए हैं। इसके बावजूद जिम्मेदारों ने उक्त आदेशों को खूंटी पर टांग दिया है। पूरा मामला महीनों से लालफीताशाही में उलझा हुआ है।
मैं ग्वालियर से अपने परिवार के साथ भदैया कुंड घूमने आया हु उम्मीद थी झील में वोटिंग करने को मिलेगी, परंतु यहां पानी में मछलियां मरी पड़ी है। जलकुंभी के कारण वोटिंग बंद है। पानी में बदबू के कारण खड़ा होना मुश्किल ही गया है। जैसा सुना था, भदैया कुंड पैसा नजर नहीं आया। –
प्रदीप धाकड़ पर्यटक।