गरीबों के मुंह का निवाला छीन रहे ठेकेदार हो मालामाल शासकीय राशन की कालाबाजारी
सौभाग प्रजापति की खास रिपोर्ट
मध्य प्रदेश धार जिले से संवाददाता सोभाग प्रजापति की रिपोर्ट 🏁🏁🏁🏁🏁🏁लोकेशन धामनोद/धरमपुरी🏁🏁🏁🏁🏁🏁🏁🏁
*गरीबोंhttps://youtu.be/lsJ5cQWnkQQ के मुंह से निवाला छीन व्यापारी हुए मालामाल कब इन कालाबाजारी व्यापारियों पर सरकार कसेगी सिनकंजा*
शासकीय उचित मूल्य की दुकान से गरीबों को मिलने वाला मुफ्त अनाज पहुंचा सफेदपोश रसूखदार लोगों के पास।
जी हां हम बात कर रहे है सासन द्वारा गरीबों को मुफ्त दिए जा रहे अनाज की जो पेट भरने के लिए होता है न की व्यापार के लिए परंतु कही न कही मिलीभगत से इस मुफ्त दिए जाने वाले अनाज की बड़े स्तर पर रसूखदारों द्वारा कालाबाजारी की जा रही है । ऐसी ही एक कालाबाजारी का फर्दाफास हमारे चैनल द्वारा किया गया धरमपुरी थाना क्षेत्र में 16 चक्का ट्राला तकरीबन 40 टन चावल भरकर बिकने जा रहा था।तभी चैनल की मुखबिरी पर धरमपुरी पुलिस को सूचना दी गई सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत मै आई और उक्त वाहन को इस आई श्री पदम सिंह भाटी के नेतृत्व मै हेड कांस्टेबल रामेश्वर मोरे और आरक्षक रवि सोलंकी एवम आरक्षक जितेंद्र कनोजे की टीम गठित कर वाहन को रोका गया। बिल बिल्टी नही होने पर उक्त वाहन को थाने खड़ा गया। उक्त वाहन मै राशन दुकान पर मिलने मुफ्त गरीबों को मिलने वाला अनाज पाया गया ।मीडिया के कई जद्दोजहद के बाद वरिष्ठ अधिकारियों को पूरा मामला संज्ञान में आने पर कनिष्ठ अधिकारी राहुल मंडलोई को सूचना दी गई । राहुल मंडलोई थाने पर पहुंचे करवाही हेतु । वहीं सूत्रों की माने तो धरमपुरी तेहसिल क्षेत्र में सरकारी उचित मूल्य की दुकान पर बिकने वाला अनाज इन दिनों कई व्यापारी द्वारा सांठगांठ कर गरीबों को मिलने वाला अनाज रसूखदारों के यहां पहुंच रहा है। वही देखा जाए तो अधिकारियों पर भी सवालिया निशान खड़ा हो रहा है कहीं इन्ही की देखरेख में तो नहीं यह कालाबाजारी चल रही है यह एक बड़ा सवाल है । वही सूत्रों के हवाले से यह भी मालूम हुआ है कि यह पूरा सरकारी अनाज हर छोटी-छोटी शासकीय उचित मूल्य की दुकान से एक आईसर एवम टाटा 407 जैसे छोटे वाहनों से भरकर निमरानी क्षेत्र में पहुंचा फिर बाद में वहा खड़े बड़े ट्राले मैं पूरा अनाज भरकर बाहर ले जाया जा रहा था । लेकिन पूरा मामले में मीडिया के गुप्त सूचना तंत्र इनका पीछा कर रहे थे जिसके बाद इसे थाने पर खड़ा किया गया अब देखना है कि श्रीमान कलेक्टर महोदय इस पूरे मामले में क्या उचित कार्रवाई करवाते हैं या फिर कनिष्ठ अधिकारी द्वारा छोटा-मोटा मामला बनाकर लीपापोती कर दी जाएगी। तब तक बने रहिए 24x7livekhabar के साथ