धड़ल्ले से कट रहे हरे वृक्ष रात के अंधेरे में चल रहा खुला खेली वन अमला फेल
मध्यप्रदेश धार धामनोद *धड़ल्ले से कट रहे हरे भरे वृक्ष, रात के अन्धेरे में चल रहा खेल ना वन विभाग, ना पुलिस, ना ही ध्यान दे रहा राजस्व विभाग*
*उपर से लेकर निचे तक मिली भगत में चल रहा लकड़ी का खेल*
धामनोद। पिछले कई महिनों से लकड़ी का काला कारोबार सभी विभागों की मिली भगत से धड़ल्ले से चल रहा है। इन्दौर सहित आसपास के कई लकड़ी के काले कारनामे करने वाले धरमपुरी तहसील सहित आसपास के कई जिलों में यह गोरखधंधा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा नहीं कि इनके रक्षकों को जानकारी नहीं हैं। सभी के सभी उपर लेकर निचे तक के सक्षम अधिकारीयों की मिली भगत और सांठ गांठ से रात के अंधेरे में कई गाड़ियाँ भर भर कर रातों रात इन्दौर के रसूखदारों के गोदामों में पहुँच रही है और वहाँ लकड़ी के कई रसूखदार दलाल से बड़े ही शातिराना तरीके से ऊँचे दामों पर बेच रहे हैं।
लकड़ी की कटाई से लेकर गाड़ियों में लोड कर उन्हें मंजिल तक पहुँचाने का खेल रात के अंधेरे में चल रहा है। अगर किसी ग्रामीण या जनप्रतिनिधि ने रोक लिया तो उपर बैठे बड़े दलालों से फोन लगाकर मेनेज करने की बात करते हैं ।बात बनती तो सीधे धमकी तक देने से भी नहीं झिझकते हैं। इतना ही नहीं कि रोड़ पर रात्रि गस्त कर रही पुलिस भी इन गाड़ियों को रोक कर बाकायदा अपनी बन्दी लेने के बाद वाहन अपनी मंजिल के लिए निकल जाती है। यह कारोबार धार जिले सहित खरगोन, बड़वानी, आलीराजपुर की कई तहसीलों और ग्रामों से पेड़ों को काट कर इन्दौर की लकड़ी मण्डी तक लाया जा रहा है।
राजस्व विभाग भी पुरी तरह सुस्त –
वन क्षेत्र हो या राजस्व क्षेत्र दोनों ही जगहों से हरे भरे वृक्षों की बली दिन रात चढ़ रही है। इस खेल में क्षेत्र का पटवारी तक मिला हुआ रहता है। यदि वह वृक्ष किसी किसान के खेत या मेड़ पर लगा है तो सीधे सीधे उससे औने पौने दामों में सौदा कर काट देते हैं। यदि सरकारी जमीन या राजस्व विभाग की भूमि पर लगा होता है तो रात के अंधेरे में महज एक घन्टे में बड़े बड़े पेड़ को धराषाही कर बड़े बड़े वाहनों में लोड कर देते हैं। दलालों का इषारा मिलते ही रात के अंधेरे में हर बार मार्ग बदल बदल कर वाहनों को निकाला जाता है। इस पुरे खेल में उपर से लेकर निचे तक के सभी विभागों के जिम्मेदार की जेब गरम होते ही कान में रुई लगाकर कुम्भकरणीय निंद में चले जाते हैं।
ऐसा ही मामला धामनोद का है जिसमें बुधवार की देर रात्रि में पलाष चैराहे पर कुछ ग्रामीणों ने एक वाहन को रोका गया। जिसमें नीम की लकड़ी भरी हुई थी। उक्त वाहन चालक से पुछने पर उसने सारा राज उगल दिया। जिसके बाद पुलिस विभाग को सूचना दी गई परन्तु थाने से कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुँचा। उसके बाद वन विभाग के अधिकारी को फोन लगाया गया मगर ग्रामीणों का फोन नहीं उठाया। जिसके बाद मिडिया को इस बात की जानकारी दी गई। मिडिया द्वारा भी अधिकारीयों से सम्पर्क करने की कोषिष की गई मगर कोई भी अधिकारी उस अवैध लकड़ी के कारोबार पर कार्यवाही करना नहीं चाहता ना ही रोकना चाहता है। मिडिया के पास अवैध लकड़ी से भरे वाहन के फोटो विडियो एवं वाहन चालक द्वारा लकड़ी के काले कारोबार की जानकारी एवं जिन दलालों के लिए वह वाहन चलाता है सहित इन्दौर के बड़े रसूखदार लकड़ी कारोबारी के नामों का खुलासे के विडियों मौजुद हैं।
कैसे बचेगा पर्यावरण जब तक हरे भरे वृक्षों के सौदागर मौजुद रहेंगे।