देश की नंबर वन क्लीन सिटी इन्दौर… कुत्तों (श्वानों) के मामले में शर्मसार
रामकृष्ण सैलिया की रिपोर्ट
देश की नंबर वन क्लीन सिटी… कुत्तों (श्वानों) के मामले में शर्मसार
6500 से ज्यादा पीडि़त अस्पताल पहुंचे वैक्सीन लगवाने
इंदौर। साफ-सफाई के मामले में देश के नंबर वन शहर में आवारा श्वानों, यानी कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर से लेकर इंदौर जिले की सभी तहसील और गांवों तक कुत्तों का कहर लगातार जारी है। इसी साल के शुरुआती 45 दिनों में स्ट्रीट डॉग्स बाइट के शिकार 6500 से ज्यादा लोग एंटी-रैबीज वैक्सीन लगवाने लाल अस्पताल पहुंच चुके हैं। लाल अस्पताल हुकमचंद पॉलीक्लिनिक के रिकार्ड के अनुसार इस साल 1 जनवरी से 31 जनवरी तक 4 हजार 535 श्वान पीडि़तों को एंटी-रैबीज वैक्सीन लगाई गई। इसके बाद 1 फरवरी से 15 फरवरी तक 2 हजार 199 पीडि़तों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इस तरह इस साल 2025 के 45 दिनों में ही, यानी डेढ़ माह में 6 हजार 734 पीडि़त वैक्सीन लगवाने पहुंच चुके हैं।
नसबंदी के बावजूद शहर शर्मसार
शहर को स्ट्रीट डॉग्स बाइट से मुक्त करने के लिए नगर निगम कई सालों से स्ट्रीट डॉग्स की नसबंदी करता आ रहा है। इसके लिए अब तक करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इसके वाबजूद देश का नंबर वन साफ-स्वच्छ शहर आवारा श्वानों की बेहिसाब संख्या और हर रोज पीडि़तों के आंकड़ों वाली रिपोर्ट की वजह से कई सालों से लगातार शर्मसार हो रहा है।
शहर में लगभग 32 हजार स्ट्रीट डॉग्स
शहर से लेकर गांवों तक आवारा श्वानों की सही संख्या के मामले में विश्वसनीय आंकड़े जुटा पाना बहुत ही मुश्किल है, मगर फिर भी नगर निगम की फाइलों में रिकार्ड के अनुसार शहर में लगभग 32 हजार स्ट्रीट डॉग्स हैं, जबकि अन्य सामाजिक संस्थाओं का कहना है आवारा श्वानों की संख्या 1 लाख से भी ज्यादा है। नगर निगम का दावा है कि श्वानों की नसबंदी लगातार की जा रही है। इसके परिणाम 5 से लेकर 10 सालों के अंतराल में देखने को मिलेंगे।
हर रोज 125 से ज्यादा डॉग्स बाइट के मामले
लाल अस्पताल के रिकार्ड के अनुसार 1 जनवरी से 15 फरवरी तक 6 हजार 734 पीडि़तों को एंटी-रैबीज लगाई जा चुकी है। यानी 45 दिनों में स्ट्रीट डॉग्स बाइट के हर दिन 149 लोग शिकार बने हैं। पिछले साल 2024 में 4 हजार 907 लोग एंटी-रैबीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे थे, यानी पिछले साल भी 158 से ज्यादा लोग स्ट्रीट डॉग्स बाइट का शिकार बने थे। इन आंकड़ों के अनुसार हर साल रोज एक दिन में 125 से ज्यादा लोग आवारा कुत्तों के आतंक का शिकार बन रहे हैं।
हमारे यहां रोज स्ट्रीट डॉग्स बाइट के शिकार लगभग 150 पीडि़त एंटी-रैबीज वैक्सीन लगवाने आते हैं । इस साल 1 जनवरी से 15 फरवरी तक 6 हजार 734 पीडि़तों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
डॉक्टर आशुतोष शर्मा , लाल अस्पताल