भोपालमध्य प्रदेश

कृषक सहयोग संस्था का वार्षिक सम्मेलन सम्पन्न  संस्थान का कार्यक्षेत्र बढ़ा अब अन्य प्रदेशों में भी करेंगें कार्य बाल हितैषी जिला बनाने में संस्थागत कार्यों की हुई रास्ट्रीय स्तर पर सराहना विस्तार के लिए बनाई रणनीति किया स्वमुल्यांकन 

उपेन्द्र गौतम की रिपोर्ट

रायसेन। कृषक सहायक संस्थान का वार्षिक सम्मेलन संस्था कार्यालय में संपन्न हुआ। जिसमें वार्षिक प्रतिवेदन के साथ संस्था की उपलब्धियां पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। वार्षिक सम्मेलन डॉ डी के होता की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। संस्था के निदेशक डॉ एच बी सेन ने बताया विगत एक वर्ष में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के साथ संस्था द्वारा बाल हितेषी वातावरण बनाने किए गए कार्यों के लिए संस्था की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना की गई। दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाए जाने,जेंडर समानता,पितृसत्तात्म सोंच के विरोध में समानता के अधिकार की पैरवी करने,बढ़ते लिंगनुपात के प्रति जनजागरण,प्रत्येक बच्चे को स्कूल में दाखिला करवाने,लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बनाए जाने,जैविक खेती को बढ़ावा देने वाले कार्यो के कारण संस्था ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनी है। इस अवसर सलाहकार संजय गुप्ता संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कार्यक्षेत्र विस्तार करने और संस्था की स्मारिका प्रकाशित करने पर सहमति व्यक्त की।

बाल विवाह मुक्त हुए 300 गांव-

संस्थान के कैलास सत्यार्थी चिल्ड्रन फॉउंडेश के एक्सेस टू जस्टिस प्रोग्राम के जिला समन्वयक अनिल भवरे ने बताया की एक साल में संस्था के कार्यकर्ताओं ने बाल विवाह,बाल यौनहिंसा,बाल श्रम और बाल तस्करी जैसे मुद्दों को प्रदेश के दो जिलों रायसेन और सागर के 300 गांवों में जन जन का मुद्दा बना दिया। जिससे पंचायती राज अधिनियम में प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए सरपंचों ने ग्राम सभाओं में बाल विवाह मुक्त ग्रामों की घोषण की। जो जिले को बाल हितैषी बनाये जाने मील का पत्थर साबित होगा।

विषमुक्त जैविक खेती को बढ़ावा,किसान होंगें सम्रद्ध-

डॉक्टर सेन ने बताया संस्था जैविक कृषि को बढ़ावा देकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने प्रशिक्षण दे रही है। किसान खुद जैविक कीटनाशक,खाद और पादप औषधियों को तैयार कर रहे है। जिससे किसान महंगे कितनाशों ,केमिकलों और महंगे खाद खरीदने से बच सकेंगें। संस्था द्वारा आगामी 2 वर्षों में जिले के दो ब्लॉक में 250 से अधिक किसानों के सहयोग से 1000 हेक्टेयर से अधिक भूमि को विषमुक्त कर पूर्णतः जैविक बनाने का लक्ष्य है। इससे लोगों को विश्व मुक्त अनाज फल और सब्जियां मिल सकेंगे और किसान समृद्ध होंगे।

युवाओं को मिलेंगे अवसर-

कृषक सेवक संस्थान अब प्रदेश के 5 जिलों सहित अन्य प्रदेशों में भी संस्थागत कार्यों का विस्तार करने जा रही है। निदेशक डॉक्टर सेन ने बताया इनेबल इंडिया के साथ दिव्यांग जनों को प्रशिक्षित कर कर आत्मनिर्भर बनाया गया। इससे सागर संभाग के 6 जिलों के दिव्यांगजन लाभांवित हो रहे हैं। अभी तक हम प्रत्यक्ष रूप से 45 लोगों को रोजगार दे पा रहे थे अब संस्था का विस्तार मध्यप्रदेश के 5 जिलों के साथ दुसरे प्रदेश में भी किया गया है। ऐसे में सस्ता युवाओं को रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाने में भी कार्य करेगी।

संस्था के इस वार्षिक सम्मेलन में अध्यक्ष डॉ डी के होता,सलाहकार सीए संजय सिंह,एडमिन मोनिका ठाकरे,सपना प्रजापति रायसेन जिला समन्वयक अनिल भवरे,सागर जिला समन्वयक अनिल रैकवार,काउंसलर मीना रैकवार,अमित चक्रवर्ती,जगदीश शर्मा,राहुल साहू उपस्थित रहे।

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