देश में राजनीतिक न्याय और स्थिरता लाने, साथ ही संसाधनों की बचत के लिए एक राष्ट्र एक चुनाव आवश्यक हैं।- महापौर
इन्दौर से रामकृष्ण सैलिया की रिपोर्ट
*देश में राजनीतिक न्याय और स्थिरता लाने, साथ ही संसाधनों की बचत के लिए एक राष्ट्र एक चुनाव आवश्यक हैं।- महापौर*
इंदौर ।मध्य प्रदेश में एक देश, एक चुनाव पर चर्चा का आयोजन किया जा रहा है, जिसे लेकर भाजपा शासित केंद्र सरकार और राज्य सरकारें जनजागरूकता अभियान चला रही हैं। इस अभियान के तहत, अलग अलग राज्यो के साथ मध्य प्रदेश में एक समिति का गठन किया गया है, जो इस विषय पर आम जनता में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है। इस समिति के संयोजक, पूर्व न्यायधीश श्री रोहित आर्य और सह-संयोजक, इंदौर के महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और पेशेवर वर्गों के बीच इस महत्वपूर्ण विषय को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
*महापौर पुष्यमित्र भार्गव की उपस्थिति में हुई चर्चा*
शनिवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने मालवांचल विश्वविद्यालय में छात्रों से संवाद किया और उन्हें एक देश, एक चुनाव के लाभों के बारे में बताया। इस अवसर पर महापौर ने कहा,
“हमारे देश ने कई साहसिक निर्णय लिए हैं, जैसे कि अनुच्छेद 370 को हटाना, राम मंदिर का निर्माण, और नोटबंदी, जो देश के लिए ऐतिहासिक कदम रहे हैं। इसी तरह, एक देश, एक चुनाव भी एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।”
महापौर ने आगे कहा, “भारत में हर साल चुनाव होते रहते हैं, जिससे संसाधन और समय की बर्बादी होती है। हर चुनाव पर देश को करीब 6.50 लाख करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं, जो कि देश के स्वास्थ्य और शिक्षा बजट के बराबर है। यदि चुनाव एक साथ होंगे, तो लगभग एक लाख करोड़ रुपये खर्च होगा और संसाधनों की बचत होगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि कुछ राज्य इस विषय पर तैयार हैं, जबकि कुछ नहीं हैं, और यही कारण है कि इसे जनजागरूकता के लिए आम जनता के बीच लाया गया है। महापौर ने कहा, “देश में राजनीतिक न्याय और स्थिरता लाने, साथ ही संसाधनों की बचत के लिए एक राष्ट्र एक चुनाव आवश्यक हैं।”
*चर्चा में छात्र योगदान*
महापौर ने विश्वविद्यालय के छात्रों को भी प्रेरित किया कि वे इस विषय पर अच्छे आर्टिकल लिखें, और कहा कि इस विषय पर सबसे अच्छा आर्टिकल लिखने वाले तीन छात्रों को पुरस्कृत किया जाएगा।
एक देश, एक चुनाव को लेकर जनजागरूकता अभियान व्यापक रूप से फैलाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि आम जनता इस विषय के महत्व को समझे और इस दिशा में कदम उठाए जा सकें।