शिवपुरी -/मत्स्य विभाग और वनविभाग की मेहरबानी से मछलियों के मारने एवं बेचने पर प्रतिबंध होने के बाद भी शहर में धड्डले से चल रहा मछलियों का व्यापार
शिवपुरी से राजाबाबू बाथम की रिपोर्ट
शिवपुरी -/मत्स्य विभाग और वनविभाग की मेहरबानी से मछलियों के मारने एवं बेचने पर प्रतिबंध होने के बाद भी शहर में धड्डले से चल रहा मछलियों का व्यापार
मछली पकडने और बेचने पर भले ही इन दिनों पाबंदी लगी हो, लेकिन इसके बाद भी जिले में मछलियां पकड़ी जा रही है। शिकारियों ने शहर के बीचों बीच करौंदी कॉलोनी से नेशनल पार्क में जाने का रास्ता बनाया है, जहां पर चांद पाटा झील से प्रतिदिन क्विंटलो मछलियों को शिकारियों के द्वारा शिकार करके शहर के मीट मार्केट, करौंदी में मछली की दुकानों में बेचा जा रहा है।।
यहां बता दें कि इन दिनों मछलियों का प्रजनन काल रहता है। यही वजह है कि जून के दूसरे सप्ताह से अगस्त के दूसरे सप्ताह तक मछली पकडना और बेचने जैसा कार्य पूरी तरह प्रतिबंधित रहता है। शिवपुरी जिले में यह प्रतिबंध लगा हुआ है। लेकिन इस प्रतिबंध का कहीं कोई पालन होता नहीं दिख रहा है। क्योंकि इस प्रतिबंध के बाद भी जिले की वनविभाग की सीमा में प्रतिबंधित होने के बाद भी वन विभाग की सीमा स्थित चांद पाटा झील में घुसकर शिकारी मछलियों का शिकार कर रहे हैं और इस प्रतिबंध का पालन करने की जिम्मेदारी संभालने वाले विभागीय अधिकारी भी शहर में ही बैठते है। लेकिन इसके बाद भी उनके द्वारा इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
शिवपुरी से राजाबाबू बाथम की रिपोर्ट