इंदौर। राजा रघुवंशी की रहस्यमय मौत, लापता पत्नी सोनम का 15 दिन बाद भी सुराग नहीं; पुलिस से असंतुष्ट परिवार; CBI जांच की के रहे है मांग
इन्दौर से रामकृष्ण सैलिया की रिपोर्ट
इंदौर। राजा रघुवंशी की रहस्यमय मौत, लापता पत्नी सोनम का 15 दिन बाद भी सुराग नहीं; पुलिस से असंतुष्ट परिवार; CBI जांच की के रहे है मांग
सोनम रघुवंशी की यही पुकार, कब देखेंगे घर का द्वार’। ‘केंद्र सरकार और राज्य सरकार से राजा की आत्मा करे पुकार, मैं मरा नहीं मुझे मारा गया है। सीबीआई से कराएं जांच’।
इंदौर के सहकार नगर में एक मकान पर नारों की तरह ये बातें लिखी गई हैं। ये मकान है राजा रघुवंशी का। राजा अब इस दुनिया में नहीं हैं। 11 मई को उनकी शादी सोनम से हुई थी। 20 मई को दोनों हनीमून के लिए मेघालय चले गए। परिजन से उनकी आखिरी बात 23 मई को हुई।
2 जून को मेघालय की राजधानी शिलांग की एक खाई से राजा की लाश बरामद की गई। वहीं 23 मई के बाद से सोनम का कोई पता नहीं है। इंदौर में जब दैनिक भास्कर टीम राजा के घर पहुंची तो उनकी मां ने नम आंखों और भरे गले से कहा कि बहू के सलामत लौटने की आस है।
जिस हालत में बेटा मिला वैसे बहू को नहीं देख सकती। बहू के साथ अनहोनी की आशंका के बीच परिजनों के लिए हर दिन पहाड़ जैसा बीत रहा है।
पहले इंदौर में राजा के घर का हाल और परिजन से बातचीत…
गलियों में सन्नाटा, घर से रोने की आवाजें
शुक्रवार काे इंदौर के सहकार नगर में गलियां सुनसान दिखीं। गलियों में बच्चे भी खेलते हुए नहीं दिखे। आगे बढ़ने पर एक गली में एक घर के सामने टेंट लगा हुआ दिखा। जहां कुर्सियों पर कुछ लोग बैठे हुए हैं। उनमें से एक व्यक्ति बताते हैं कि यही राजा का घर है।
घर के अंदर से महिलाओं के रोने की आवाज आ रही है। घर की दहलीज पर राजा के बड़े भाई विपिन रघुवंशी खड़े हैं, जो राजा और सोनम को ढूंढने शिलांग गए थे। अब लौटकर आ चुके हैं
राजा के घर पर बैनर और तख्ती में परिवार ने अपनी पीड़ा और मांग लिखी है।
परिजन बोले- 23 मई को हुई थी हमारी आखिरी बार बात
विपिन कहते हैं कि 11 मई को मेरे भाई की शादी हुई थी। 20 मई को दोनों असम कामाख्या देवी के दर्शन करने के लिए गए थे। वहां से 21 मई को वो दोनों शिलोंग पहुंचे। वहां होटल लिया। 22 को ये दोनों सोहरा के लिए निकले। सोहरा पुलिस थाने के पास ही एक होटल में कमरा लेने गए, लेकिन होटल में जगह नहीं थी।
उन्होंने होटल में अपना सामान रखा और घूमने निकल गए। वहां से वो डबल डेकर एक घूमने की जगह है वहां चले गए। वहां एक गाइड भी किया था। 22 मई को वहां उन लोगों का स्टे था और 23 मई को ऊपर आना था।
सोनम-राजा ने सुबह साढ़े पांच बजे ही होटल क्यूं छोड़ा
विपिन ने कहा कि जब हम पुलिस के साथ गए तो पता चला कि इन लोगों ने सुबह साढ़े पांच बजे ही कमरे से चेक आउट कर दिया था। जो हमें बहुत असामान्य लग रहा है। वो नवविवाहित थे। वहां घूमने गए थे तो इतनी सुबह उन्होंने चेक आउट क्यों किया, कुछ तो बात हुई होगी।
उसी दिन दोपहर को हमारी अंतिम बात सोनम और राजा से हुई थी। दोपहर 1.13 से लेकर 1.47 बजे तक हमारी बात हुई थी। उसी दोपहर हमने 3 बजे कॉल किया तो उनका कॉल भी लगा। फिर हम 24 मई और 25 मई तक दोनों को कॉल करते रहे, लेकिन दोनों का कॉल नहीं लगा। हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था।
सोहरा थाने में कहा-शिकायत टाइप कराकर ले आओ
विपिन ने आगे कहा कि शिलांग में हम स्कूटी वाले से मिले जिससे राजा ने स्कूटी किराए पर ली थी। उसने हमे बताया कि राजा ने चार दिन के लिए मुझसे स्कूटी किराए पर ली थी और उसने पहले ही चारों दिन का किराया एडवांस दे दिया था। स्कूटी की जीपीएस लोकेशन से हम सोहरा पहुंचे। वहां पुलिस थाने गए तो उन्होंने कहा कि शिकायत टाइप करा कर लाओ, तब शिकायत लेंगे।
हमें वहां आसपास कोई टाइपिंग वाला नहीं मिला, तो हम लोग खुद ही डबल डेकर से पार्किंग लॉट तक गए। जहां तक जाना संभव था, उन्हें ढूंढने की कोशिश की। जब वो नहीं मिले तो हम रात को फिर पुलिस थाने गए। तब थाना प्रभारी हमें मिले। उन्होंने हमारी शिकायत लिखी, फिर पुलिस की जांच शुरू हुई।
जहां सबसे पहले गए, 10 दिन बाद वहीं मिली लाश
विपिन ने बताया कि लगभग 10 दिन बाद 2 जून को पार्किंग लॉट के नीचे खाई में वेईसावडॉन्ग झरने के पास सर्च ऑपरेशन के दौरान खाई में एक लाश मिली, जो सड़-गल चुकी थी। चेहरा बिल्कुल पहचान में नहीं आ रहा था, लेकिन शव के दाहिने हाथ पर एक टैटू बना था। जो राजा के हाथ में था, जिससे मुझे पता चला कि ये राजा की ही बॉडी है। उसके पास सिर्फ स्मार्टवॉच मिली है।
इसके अलावा उसका साइड बैग, फोन, सोने की अंगूठी, चेन और पर्स सब मिसिंग था। यह वही जगह थी जहां सबसे पहले मैं राजा और सोनम को ढूंढने गया था। पुलिस ने भी सबसे पहले यही सर्चिंग की बात कही थी। उसके अगले दिन पोस्टमॉर्टम हुआ। उसके बाद मैं अंतिम संस्कार के लिए राजा की बॉडी लेकर इंदौर आ गया।
मेघालय पुलिस ने किसी को कस्टडी में नहीं लिया
विपिन ने कहा कि मेघालय पुलिस का रवैया शुरू से ही बहुत संतोषजनक नहीं था। गाइड, स्कूटी वाला, होटल वाला और जहां इन दोनों ने जहां कॉफी पी थी, जिस-जिस पर हमें शक था हमने पुलिस को बताया लेकिन पुलिस ने अभी तक किसी को भी कस्टडी में नहीं लिया और ना ही उनसे सख्ती से पूछताछ की।
बस बहुत सामान्य तरीके से उनसे पूछ लिया और उन्होंने मना कर दिया तो फिर आगे पुलिस ने उनसे कोई पूछताछ नहीं की। उन लोगों से जब हमने बात करनी चाही तो हमें भी पुलिस ने यह कहते हुए मना कर दिया कि यहां के लोग टूरिस्ट को भगवान जैसा मानते हैं। इन्होंने कुछ नहीं किया है।
आखिरी बार जब बात हुई तो राजा-सोमन बहुत खुश थे
राजा की मां उमा रघुवंशी ने कहा कि 23 तारीख को जब दोनों बच्चे कॉफी पी रहे थे तभी अंतिम बार मेरी उनसे बात हुई थी। दोनों बहुत खुश थे। फिर उनसे मेरी कोई बात नहीं हुई। 24 तारीख को सुबह उठते ही मुझे बहुत तेज घबराहट हुई।
मैंने सुबह 7 बजे ही उन दोनों को फोन किया, लेकिन दोनों का फोन नहीं लगा। घर में सबको बोला कि दोनों फोन नहीं उठा रहे हैं तो सब ने कहा कि वहां नेटवर्क वगैरह की प्रॉब्लम होगी। वो खुद ही फोन करेंगे। मैंने सबको बोला कि मुझे बहुत बेचैनी हो रही है, फिर मेरे बेटे भी ध्यान देने लगे और उन्होंने बार-बार फोन किया। जब हमें कुछ पता नहीं चला तब वह 25 तारीख को ही यहां से निकल गए।
मैं तो चाहती हूं कि जल्दी से जल्दी मेरी बहू मिल जाए। पता नहीं वो किस हाल में होगी। उसके घर वाले भी परेशान हो रहे हैं। जिस हाल में मैंने अपने बेटे को देखा है उस हाल में अपनी बहू को नहीं देखना चाहती हूं, वह तो बस जल्दी से घर आ जाए और मेरे बेटे के साथ जिसने भी ऐसा किया है उसे जल्दी से जल्दी पकड़ा जाए। मेरे बेटे को इंसाफ मिलना चाहिए।
सीबीआई जांच हो, सोनम सुरक्षित घर वापस आए
राजा की भाभी वर्षा रघुवंशी ने कहा कि वैसे भी बहुत देर हो चुकी है अभी तक सोनम का कोई पता नहीं चला है। राजा के साथ क्या हुआ ये भी समझ नहीं आ रहा। मैं तो बस इतना चाहती हूं कि जल्दी से जल्दी इस मामले की सीबीआई जांच हो, सोनम सुरक्षित घर वापस आए। सीबीआई जांच के बाद राजा को भी इंसाफ मिलेगा।
चारों नंबर स्विच ऑफ और स्कूटी की स्पीड से शक हुआ
राजा के पड़ोसी देवेंद्र कुशवाहा कहते हैं कि जैसे ही हमें इस मामले का पता चला मैं राजा के घर पहुंचा। राजा और सोनम के चारों ही नंबर स्विच ऑफ आ रहे थे। इसके बाद हमें थोड़ा संदेह हुआ अगर नेटवर्क में नहीं होता तो आउट ऑफ कवरेज एरिया आता, लेकिन अचानक से चारों नंबर का स्विच ऑफ आना थोड़ा संदेह पैदा करने वाला था।
मैं एक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर हूं। विपिन जैसे ही शिलांग पहुंचा। उन्होंने मुझे राजा की स्कूटी का जीपीएस मैप भेजा। उस मैप के हिसाब से राजा ने दो दिन में करीब 20 से 30 किलो मीटर प्रति घंटे के हिसाब से ही गाड़ी चलाई।
राजा की जब अंतिम बात हुई। उसके बाद उसका जीपीएस ट्रेंड अलग ही हो गया। 2 बजे के करीब जिगजैग पैटर्न से गाड़ी चली। फिर गाड़ी रुक गई। उसके बाद गाड़ी की स्पीड 40 से 50 किमी प्रति घंटे के हिसाब से चली। जो पहाड़ी और घूमने के हिसाब से बहुत ही असामान्य लगता है। हमें संदेह है की 23 तारीख को बात होने के बाद 2 बजे के करीब ही उनके साथ कुछ वारदात हुई।
अब शिलांग से सोनम के परिजन और वहां के लोगों की बात
मेरी बहन किडनैप हुई है, कुछ समझ नहीं आ रहा
सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी ने हमसे कहा कि सोनम को गायब हुए इतने दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक हमें उसका कोई क्लू नहीं मिला है। मैं अब भी अपनी बहन के इंतजार में शिलांग में ही हूं। यहां पुलिस का कहना है कि हम उसे ढूंढ रहे हैं, लेकिन मुझे अब कुछ समझ नहीं आ रहा।
पुलिस ने किसी को अभी तक ना गिरफ्तार किया है और ना ही कोई पूछताछ। 15 दिन बीत गए हैं। इतने बड़े-बड़े अधिकारी यहां पर हैं। इतने दिनों में यह तो पता चल जाता कि यह मर्डर केस है या लूट का केस है। मुझे ऐसा लगता है कि यह किडनैपिंग केस है। सोनम को किसी ने किडनैप किया है, लेकिन जांच उस एंगल से हो रही है या नहीं ये मुझे नहीं पता।
जहां राजा की लाश मिली वह बहुत ही फेमस टूरिस्ट स्पॉट
गोविंद ने कहा कि यहां हमें कुछ लोगों का लोकल सपोर्ट तो मिल रहा है, लेकिन जब हम बहुत से लोगों से यहां मिल रहे हैं तो हमें पता चला कि यहां ऐसी घटनाएं होती रहती है। अभी जहां राजा की लाश मिली है वहां 2 महीने पहले भी इंसानों के बॉडी पार्ट्स मिले थे। यहीं के लोगों ने मुझे बताया। यहां केस रजिस्टर्ड नहीं होते, इसलिए ये बातें भी बाहर नहीं आ पाती।
यहां जिस जगह राजा की लाश मिली वह बहुत ही फेमस टूरिस्ट स्पॉट है।
ये घटना असामान्य, मौसम की वजह से ढूंढने में देरी
शिलांग टाइम्स के पूर्व संपादक मानस चौधरी कहते हैं कि यहां ऐसी घटना होना बहुत ही असामान्य है। इससे पहले यहां हंगरी से आया एक व्यक्ति गायब हुआ था, जो अकेले ट्रैकिंग पर निकला था। कई दिनों बाद उसकी बॉडी मिली थी, लेकिन उसकी पीएम रिपोर्ट में ऐसी कोई वजह नहीं मिली थी जिससे पता चले कि उसका मर्डर हुआ है।
इस केस में अभी तक एक बॉडी मिली है, जिसके साथ एक हथियार भी मिला है और एक युवती मिसिंग है। यह केस थोड़ा अलग है। मैं अखबार में भी पढ़ रहा था कि युवती ने काफी गोल्ड भी पहना हुआ था। सामान्य तौर पर जो टूरिस्ट यहां आते हैं वह घूमने के दौरान इतना सोना पहन कर नहीं आते। हो सकता है लूट के इरादे से वारदात हुई हो, लेकिन अभी कुछ कहना बहुत कठिन है।
सरकार इस मामले को लेकर बहुत ही गंभीर है। पिछले कुछ सालों में मेघालय में टूरिज्म बहुत बढ़ा है, ऐसी घटनाओं से यहां आम लोगों को ही नुकसान होगा।
मेघालय और खास करके जो चेरापूंजी की स्थिति है वह ढूंढने के लिहाज से बहुत कठिन है। यहां कई-कई दिन सूरज नहीं निकलता। लगातार बारिश होती रहती है। घने बादल रहते हैं। पिछले दो दिनों में ही चेरापूंजी में 800 मिलीमीटर बारिश हुई है।
अब जानिए मेघालय पुलिस क्या कर रही…?
मेघालय पुलिस की कई टीमें सोनम को ढूंढ रहीं
मेघालय, ईस्ट खासी हिल्स के सिटी एसपी एच पी खड़कोंगोर ने इस मामले में कहा कि यह स्पष्ट हत्या का मामला है। लाश को जिस तरह खाई में ठिकाने लगाया गया, वह सबूत मिटाने की कोशिश दर्शाता है। हम हत्या, आपराधिक साजिश, और सबूत नष्ट करने की धाराओं में केस दर्ज कर मकसद की जांच कर रहे हैं। एनडीआरएफ के साथ ही हमारी कई टीमें सोनम को ढूंढ रही हैं। हालांकि अब तक हमें कोई कामयाबी नहीं मिली है